Wednesday, January 20, 2010

यादें बस यादें उनकी

हम जब उनको दिल स भुलाने लगते है
और ज्यादा वोह याद आने लगते है

मुझे न जाने क्या क्या कह देते है वोह
मैं कुछ कह दूं तो वो शर्माने लगते है

दिल में किसी के बस जाना आसान नहीं
काम कठिन है इस में ज़माने लगते है

याद तेरी आ जाती है तब काम बहुत
हम जब मुश्किल में घबराने लगते है

आज कोई "अलीम" स चुपके स बोला
आप मुझे जाने पहचाने लगते है .....

4 comments:

  1. आपको और आपके परिवार को वसंत पंचमी और सरस्वती पूजन की हार्दिक शुभकामनायें!
    वाह बहुत बढ़िया लगा! बहुत खूब !

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  2. मुझे न जाने क्या क्या कह देते है वोह
    मैं कुछ कह दूं तो वो शर्माने लगते है
    umda

    दिल में किसी के बस जाना आसान नहीं
    काम कठिन है इस में ज़माने लगते है
    behtareen

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ap sabhi ka sawagat hai aapke viksit comments ke sath