ये किताबों के किस्से फसानो की बातें
निगाहों की झिलमिल जुदाई की रातें
मोहब्बत की कसमे निभाने के वादे
यह धोका वफ़ा का ये झूठे इरादे
ये बातें किताबी ये नज्में पुरानी
ये इनकी हकीकत न इनकी कहानी
न लिखना इन्हे न महफूज़ करना
ये जज्बे है इनको महसूस करना
वाह वाह क्या बात है! माशाल्लाह बहुत ही ख़ूबसूरत रचना लिखा है आपने जो काबिले तारीफ है!मोहब्बत भरी नज्में जो दिल को छू गई!
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