बहुत रोया हूँ हँसना चाहता हूँ
तेरी आँखों में बसना चाहता हूँ
दरीचे खोल दे सब अपने दिल के
बहुत बे चैन हूँ बरसना चाहता हूँ
अशार
साथ मैं तेरा उम्र भर दूंगा
प्यार ही प्यार तुझ में भर दूंगा
एक इशारा जो तेरा मिल जाए मुझको
साड़ी ज़िन्दगी तेरे नाम कर दूंगा
हुत रोया हूँ हँसना चाहता हूँ
ReplyDeleteतेरी आँखों में बसना चाहता हूँ
दरीचे खोल दे सब अपने दिल के
बहुत बे चैन हूँ बरसना चाहता हूँ
वाह...वाह.....!!
आज तो दिल खुश कर दिया अलीम जी ......!!