देखते ही देखते कैसे दिल बे इख्तियार हो गया
पता ही नहीं चला कैसे उनसे प्यार हो गया
एकतरफा दिल धड़का था मेरा उनके लिए
इश्क एक जज्बा था मेरा उनके लिए
कैसे हम कहें अपनी बेकरारी का सबब उनसे
अब एक पल मेरा उनके बगैर जीना दुश्वार हो गया
देखते ही देखते कैसे दिल .............................
पता ही नहीं चला हमें .................................
मालूम है हमको खुदी स ये प्यार नहीं एक छलावा है
यह दिलों का सच्चा मिलाप नहीं बस एक दिखावा है
महबूब स मिलने दिल-इ-फनकार उनसे
बेचैनिये आगोश अब मेरा जीना मोहाल हो गया
देखते ही देखते कैसे दिल .........................
पता ही नहीं चला हमें ..........................
Bahut sunder.... Nazm
ReplyDeletewah bahut khoob.
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