हर एक इंसान को अच्छे रिश्ते अच्छे संस्कार और मेल जोल की ज़रूरत पड़ती है ताकि उसकी दुनयावी लिहाज़ से उसकी सारी ज़रुरियात (आवश्यकता) क़ाबिल ए गौर हो और वो एक अच्छा बाशिंदा (नागरिक) बन कर अपने मुल्क के लिए कुछ कर सके यही एक देशभक्ति है सो इन्सान को चाहिए कि आपसी ताल्लुकात बनाके एक दुसरे को लेकर चले जिससे हर एक कि ज़रुरियात पूरी हो सके और इंशाअल्लाह मेरी यह कोशिश होगी आप और हम पर कोई भी परेशानी आये, हम इससे निबटकर अपने मुल्क की हिफाज़त कर सके - आमीन! (सारे जहाँ से अच्छा, हिंदोस्तां हमारा)
Wednesday, March 9, 2011
मिलते हैं बिछड़ते हैं लुटते है सभी सपने दुनिया में मोहब्बत की इतनी सी कहानी है!
हम भी यूही मर जाते, मिट जाते ,फना हो जाते ज़िंदा हैं मोहब्बत में हैरत की निशानी है!
सपने तो दिखाती है ताबीर नहीं मिलती कहते है मोहब्बत की ये रीत पुरानी है !
मैं पिछले कुछ महीनों से ज़रूरी काम में व्यस्त थी इसलिए लिखने का वक़्त नहीं मिला और आपके ब्लॉग पर नहीं आ सकी! वाह ! बहुत खूब लिखा है आपने! बेहतरीन प्रस्तुती!
मैं पिछले कुछ महीनों से ज़रूरी काम में व्यस्त थी इसलिए लिखने का वक़्त नहीं मिला और आपके ब्लॉग पर नहीं आ सकी!
ReplyDeleteवाह ! बहुत खूब लिखा है आपने! बेहतरीन प्रस्तुती!
As usual bahut badiya likha haa apne....aise hi aacha likhte rahein......
ReplyDeletehamesha ki tarah umdaygi ki maharat hasil kiye hai gazal.
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