Saturday, October 31, 2009

माँ एक दिलकश रिश्ता (अटूट)

माँ से मुझको राहत है
माँ ही मेरी चाहत है ।
माँ ऐसी हस्ती है
जिससे रौशन दिल की बस्ती है ।
माँ ने मुझको पाला है
पाला है और संभाला है ।
दुःख मेरे वोह सहती है
फिर भी खुश रहती है ।
देखकर वोह मुझे जीती है
मेरी बलाएं वोह लेती है ।
माँ के दम से आन है मेरी
माँ के दम से शान है मेरी।

4 comments:

  1. दुःख मेरे वोह सहती है
    फिर भी खुश रहती है ।
    देखकर वोह मुझे जीती है
    मेरी बलाएं वोह लेती है ।


    माँ के ममत्व की कदर के लिए शुक्रिया .....!!

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  2. बहुत ही सुंदर भाव और अभिव्यक्ति के साथ आपने शानदार रचना लिखा है! माँ के बारे में जितना भी कहा जाए कम है!

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  3. wah kitni aache se maa k liye bhavnaaye dikhai haa........very nice and sweat...bus offc mein busy rehti hoo isliye m not able to reply kaam bahut hota haa

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ap sabhi ka sawagat hai aapke viksit comments ke sath