Saturday, December 5, 2009

अशार (मोहब्बत के )

तस्वीर तेरी दिल में बनाता मै रहूँगा
यादों से तेरे घर को सजाता मै रहूँगा।
जुगनू मेरे पलकों पे चमकते ही रहेंगे
रातों में तुझे रास्ता दिखाता रहूँगा

आशार

मै तेरे दिल में रहू या तेरी आँखों में रहू
ज़िन्दगी बनके सनम मै तेरी सांसों में रहू।
अब तुझे सोचता रहता हू मै करवट- करवट
मेरी खवाहिश थी मै तेरी बांहों में रहू ...

अशार

ये वाकिया लोगों अजीबो गरीब है
वोह मुझसे दूर रहके दिल के करीब है।
"अलीम" मिटा दे दिल के अमीरी की खवाहिशें
जो तुझको चाहती है वोह लड़की गरीब है।

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